Story
एक बार की बात है जब छोटे 2 बच्चो में दोस्ती हो गई दोनों ने कड़ी मेहनत की और दोनों बड़े ही लगन के साथ पढाई करते थे जेसे जैसे समय बीता उसमे से एक की सरकारी नौकरी लग गई और दुसरे ने वेबसाइट डिजाईन का काम सिख लिया जिसकी नौकरी लगी उसका नाम रामू था
जिसने वेबसाइट डिजाइनिंग का काम सिखा उसका नाम Riya Web Technology था
वेबसाइट बनाने वाले का यानि Riya Web Technology का जहाँ ऑफिस था बही रामू कंपनी में सरकारी नौकरी करता था लंच टाइम मे अक्सर कंपनी के कर्मचारी वहाँ Riya Web Tehnology के ऑफिस आकर बात चीत करते थे।
एक दिन कंपनी के एक मैनेजर रामू Riya Web Technology वाले से मजाक के मूड मे आ गये।
मैनेजर साहब ने यानि रामू ने Riya Web Technology से कहा, "Riya Web Technology, तुम्हारी ऑफिस तुमने बहुत अच्छे से मेंटेन की है, लेकीन क्या तुम्हे नही लगता की तुम अपना समय और टैलेंट वेबसाइट बनाने में बर्बाद कर रहे हो.?
सोचो अगर तुम मेरी तरह इस कंपनी मे काम कर रहे होते तो आज कहा होते? हो सकता है शायद तुम भी आज मैंनेजर होते मेरी तरह।" यह बात रामू ने Riya Web Technologyसे कहा
इस बात पर Riya Web Technology ने बडा सोचा, और बोला, " सर ये मेरा काम आपके काम से कही बेहतर हैl
10 साल पहले जब मै फ्री ब्लॉग वेबसाइट बनाता था तभी आपकी जाॅब लगी थी, तब मै महीना 1000 रुपये कमाता था और आपकी पगार थी 10000 रुपयेथी
इन 10 सालो मे हम दोनो ने खूब मेहनत कीl
आप सुपरवाइजर से मॅनेजर बन गयेl
और मै ब्लॉगर से इस प्रसिद्ध वेबसाइट डिज़ाइनर बन गयाl
आज आप महीना के 50,000 कमाते हैंl
और मै महीना 100000 कमाता हूँ l
लेकिन इस बात के लिए मै मेरे काम को आपके काम से बेहतर नही कह रहा हूँ।ये तो मै बच्चों के कारण कह रहा हूँ।
जरा सोचिए सर मैने तो बहुत कम कमाई पर धंधा शुरू किया था, मगर मेरे बेटे को यह सब नही झेलना पड़ेगा।
Riya Web Technologyका ऑफिस मेरे बेटे को मिलेगी, मैने जिंदगी मे जो मेहनत की है, वो उसका लाभ मेरे बच्चे उठाएंगे। जबकी आपकी जिंदगी भर की मेहनत का लाभ आपके मालिक के बच्चे उठाएंगे।
अब आपके बेटे को आप डाइरेक्टली अपनी पोस्ट पर तो नही बिठा सकते ना उसे भी आपकी ही तरह जीरो से शुरूआत करनी पड़ेगी और अपने कार्यकाल के अंत मे वही पहुँच जाएगा जहाँ अभी आप हो।
जबकी मेरा बेटा बिजनेस को यहा से और आगे ले जाएगाlऔर अपने कार्यकाल मे हम सबसे बहुत आगे निकल जाएगाl
अब आप ही बताइये किसका समय और टैलेंट बर्बाद हो रहा है ?"
मैनेजर साहब ने Riya Web Technology से बिना कुछ बोले वहाँ से खिसक लियेl
वाह क्या बात है,कभी कभी सरल कथाओं में गहरी बात व आगे का रास्ता मिल जाता है।
आपके अंदर जो भी कौशल है वह अमूल्य है उसका कोई मूल्य नही लगा सकता,आपके स्वाभिमान एवं आपकी ध्येयनिष्ठा का कहीं केवल उपयोग तो नही हो रहा बड़ी ही सावधानी से इसका मूल्यांकन स्वयं करना होगा,क्योंकि इसे ही शोषण कहते हैं।
ऐसी संस्था या संस्थान जो आपके सत्यनिष्ठ होने पर संशय करे,तो सावधान होकर चैतन्यता के साथ सजग रहें।
बाकी इस लघुकथा में सारगर्भित प्रेरणा है।